Swami Vivekananda Quotes पढ़िए विश्वविख्यात महान आद्यात्मिक गुरु तथा समाज सुधारक स्वामी विवेकानन्द जी के आज तक के सबसे अच्छे और प्रेरणादायक विचार।
स्वामी विवेकानन्द जी बचपन से ही आध्यात्मिकता से जुड़े हुए थे, उनके मन में एक बात हमेशा घर किये हुए थी की क्या सच में भगवान होते हैं। वो हिन्दू सभ्यता के संत शिरोमणि थे और तत्वज्ञानी भी थे, इन सबके साथ-साथ उच्चकोटी के वक्ता एवं सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने अपना सारा जीवन लोगों की सेवा में लगा दिया। स्वामी जी को युवाओं के प्रेरणा स्तम्भ भी कहा जाता है।
Swami Vivekananda जी ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में भारत की और से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था और वेदांत दर्शन का प्रसार पुरे विश्व में किया तथा समाज की सेवा की। तथा रामकृष्ण मिसन की स्थापना की और हिंदू ज्ञान का विस्तार पूरी दुनियां में किया तथा उनके द्वारा बताई गई प्रेरणादायक बातें आज समाज के आद्यात्मिक एवं मानसिक विकास का आधार बनी हुई है। उनका सदा भाईचारे और आत्मचिंतन का संदेश पूरे विश्व में चिर परिचित है।
अमेरिका के शिकागो में हुए धर्म सम्मलेन में स्वामी विवेकानंद जी द्वारा दी गई स्पीच के शुरुआती शब्द “अमेरिकी बहनों और भाइयो” आज भी हमारे देश की संस्कृति का बखान करते है।
Swami Vivekananda Quotes

कमजोर शासक की सबसे बड़ी निशानी होती है उसका डर…!!

जितना बड़ा संघर्ष होगा,
जीत उतनी ही शानदार होगी…!!

उठो, जागो और तब तक मत रुको,
जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए…!!

महान कार्य के लिए महान त्याग करने पड़ते हैं…!!

एक अच्छे चरित्र का निर्माण,
हजारों ठोकरें खाने के बाद ही होता है…!!

ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है…!!

अपनी अंतरात्मा को छोड़कर किसी के आगे मस्तक ना झुकाओ,
ईश्वर तुम्हारे अंदर ही विद्यमान है,
इसका अनुभव करो…!!

हम जो बोते हैं वही काटते हैं,
हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं…!!

जीवन में ज्यादा रिश्ते होना जरुरी नहीं,
लेकिन रिश्तों में जीवन होना बहुत जरुरी है…!!

धार्मिक शिक्षा पुस्तकों द्वारा न देकर,
आचरण एवं संस्कारों द्वारा देनी चाहिए….!!

वह व्यक्ति या वह समाज,
जिसके पास सीखने को कुछ नहीं है,
वह पहले से ही मौत के जबड़े में है…!!

संभव की सीमा को जानने का सबसे उत्तम तरीका है,
असंभव की सीमा से आगे निकल जाना…!!

धन अगर अच्छाई के लिए उपयोग ना किया जाये,
तो ये बुराई की जड़ बन जाता है…!!

जब तक जीना तब तक सीखना,
अनुभव ही जगत मे सर्वश्रेष्ट शिक्षक है…!!

ईर्ष्या तथा अंहकार को दूर कर दो,
संगठित होकर दूसरों के लिए कार्य करना सीखो…!!

जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते,
तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते…!!

शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से जो कुछ भी कमजोर बनता है,
उसे ज़हर की तरह त्याग दो…!!

सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए,
पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़नी चाहिए…!!

जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो,
सोचो तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं…!!

दिन-रात अपने मस्तिष्क को उच्चकोटि के विचारों से भरो,
जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा होगा…!!
Swami Vivekananda जी भारतियों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है, उनका कहना था की भारत जैसे देश में सभी एकता से रहते हैं और इसका कारण है सभी के मन में बसने वाली करुणा और प्रेमभाव और मानवता की भावना।
स्वामी जी का मानना था की युवा ही देश का भविष्य है, युवाओं को आद्यात्मिक एवं मानसिक रूप से मजबूत बनाना होगा। और युवाओं को अपने देश और समाज के लिए आगे आना होगा।
Swami Vivekananda जी का कहना था की स्त्री और पुरुष को सामान शिक्षा मिले। अगर एक लड़की शिक्षित होगी तो वो अपने आने वाले बच्चों को अच्छी शिक्षा देगी। जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियों में सुधार होगा। स्वामी जी युवाओं को ज्यादा महत्व देते थे क्योकि उनका कहना था की युवा ही आगे चल कर देश का भविष्य बनेगे। वो कहते थे की मानवीय एवं राष्ट्रीय शिक्षा परिवार से ही शुरू करनी चाहिए।